A woman from Korra Village of Dhamtari district Chattisgarh underwent sterilisation in June 2013. However, she conceived again this year and is presently 5 months pregnant. She has filed for compensation to the collecterate. The woman says that it is the doctor’s negligence which has led to the failure of the operation and put her in a difficult position

 

छोटा परिवार सुखी परिवार को अपनाने के लिए ग्राम कोर्रा की महिला ने कुरूद सिविल अस्पताल में 19 जून 2013 को नसबंदी कराया था। पहले से ही इनके दो बच्चे हैं, इसलिए नसबंदी कराने अस्पताल गई। वर्तमान में महिला को 5 माह का गर्भ है। नसबंदी असफल होने से नाराज महिला ने प्रशासन से क्षतिपूर्ति राशि दिलाने की मांग की है।

महिला ने कलेक्टर डाॅ. सीआर प्रसन्ना को आवेदन सौंप जल्द क्षतिपूर्ति राशि दिलाने की मांग की है। महिला ने कहा कि आपरेशन कराने के बाद भी गर्भ ठहरना डाक्टर की लापरवाही है। परिवार नियोजन के उद्देश्य को लेकर उसने आपरेशन कराया था। परिवार में भी विवाद की स्थिति बन रही है। इस संबंध में सीएमएचओ डाॅ. डीके तुर्रे से संपर्क किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

महिलाओं से हो रहा टारगेट पूरा : परिवार नियोजन को लेकर महिला व पुरुष में से कोई भी नसबंदी करा सकता है। ज्यादातर महिलाएं ही नसबंदी कराने सामने आती है। जिले में भी नसबंदी का टारगेट महिलाओं से पूरा हो रहा है। भ्रांति के चलते पुरुष नसबंदी कराने सामने नहीं आ रहा। इधर असफल नसबंदी को लेकर महिलाओं में भी डर बैठ रहा है।

 

नहीं हो रहा प्रचार-प्रसार : पिछले कुछ वर्षों से जिले में परिवार नियोजन को लेकर प्रचार-प्रसार नहीं हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग मितानिनों को जिम्मेदारी देने के बाद भूल गई है। हालांकि जिले में लिंगानुपात बेहतर है, लेकिन प्रचार-प्रसार बंद होने से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में जागरूकता की कमी दिख रही है।

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