By TwoCircles.net 

In another case of police brutality against Muslims, a 19-year-old Muslim boy in Jharkhand was dragged out of his house and shot dead by the local police.

The incident took place in Piperwar town of Chatra district. According the family of Mohammad Salman, Policemen came to their house on Friday night around 10 and asked for Salman. When Salman showed up police took him out of the house.

 

Salman’s mother questioned the act of police, asking them why they were taking Salman out of the house to which the police responded by saying that they had to ask few questions.

But soon after they took Salman out of the house, they fired three rounds of bullets on the chest of Salman. They used their service Insas rifle to fire the shots. Empty rounds of bullets were recovered from the site.

Salman’s family heard the shot and came out of the house, they saw that police was dragging the body of Salman away from the house. Soon after police finished their ‘work’, they ran away in a car.

The village residents took Salman’s body to the Bachra’s hospital where doctors declared him “brought dead.” Villagers have alleged ASI Prem Kumar Mishra behind this shooting incident.

Following the death of Salman, things have gone tense in Chatra district. Mine workers and villagers have refused to work in the Piperwar and Ashoka coal mines. Their main demand is to arrest ASI Prem Kumar Mishra and others who came to Salman’s house last night.

Villagers have refused the post-mortem of Salman’s dead body and have blocked the road.

The police first tried to give it an encounter color, but later backed out. Then police said that they were chasing some coal thieves but trigger got pushed and it left Salman dead. But media started questioning – if it was a mistake, why the police did not take him to the hospital. Police could not answer this. Moreover, Police was not present when villagers took Salman body to the hospital.

As for now, SP Chatra has suspended SHO Piperwar Vinod Singh and other five policemen. Police has also arrested one constable in the same case.

Salman’s father Abdul Jabbar told media that Salman got his wage a day earlier. He bought various clothes and shoes for Eid on the same day police killed him.

One villager told TwoCircles.net, “This was a cold-blooded killing. They ran after shooting him. When we questioned police about this incident, they tried to manipulate us.”

Police force is camping in the village. The administration has made villagers calm for a while, but series of protests is still expected.

 

चतरा : झारखंड के चतरा में एक मुसलमान युवक को घर से निकालकर गोली मारने के आरोप में पुलिस के एक जवान को गिरफ़्तार किया गया है. इस घटना के बाद गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. शुक्रवार की देर रात से लोग घरों से बाहर निकल गए और शव के साथ सड़क को जाम कर दिया है. यह घटना पिपरवार थाना क्षेत्र के बेहरा गांव की है. इस मामले में पिपरवार थाना के एक जवान को गिरफ़्तार कर लिया गया है. साथ ही थाना प्रभारी को तत्काल निलंबित कर दिया गया है.

प्राथमिकी दर्ज करने के साथ आगे की कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने घटनास्थल से कारतूस के खोल भी बरामद किए हैं. उपायुक्त का कहना है कि ‘प्रारंभिक तफ्तीश और पूछताछ में पुलिस पर लगे आरोप गंभीर प्रतीत हो रहे हैं.’ उनके मुताबिक, इस मामले में स्पष्ट कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर कैंप कर रहे हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है. उपायुक्त ने कहा, ‘गांव के लोग गुस्से में हैं, लेकिन जांच में पूरा सहयोग भी कर रहे हैं और हालात नियंत्रण में है.’

फ़िलहाल गांव वाले शव को पोस्टमार्टम के लिए उठाने नहीं दे रहे हैं. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी उन्हें समझाने में जुटे हैं. मरने वाले युवक का नाम मोहम्मद सलमान उर्फ राजा है. उनके पिता अब्दुल जब्बार ने  बताया कि राजा की उम्र 19 साल थी और वो कोयला खदान में मज़दूरी करता था. शुक्रवार को ही उसे मज़दूरी मिली थी. अब्दुल जब्बार ने बताया, ”रात में वे अपने लिए नए कपड़े, बेल्ट, इत्र, जूते- चप्पल लेकर आया था. वो बहुत खुश था और घर के लोगों से पूछ रहा था कि ये कपड़े अच्छे तो हैं ना.”

उन्होंने कहा, “आखिरी जुमे के बाद सभी लोग ईद की तैयारियों में जुटे थे. लेकिन पुलिस ने घर से निकालकर उनके बेटे की छाती पर तीन गोलियां दाग दीं.” वे लोग सलमान के गुनाह के बारे में पूछते रहे, लेकिन पुलिस ने कुछ बताया नहीं और घर से क़रीब 50 मीटर की दूरी तक घसीट कर ले गए. जब्बार ने कहा, ”गोलियां चलने की आवाज़ सुनाई पड़ी, हम सभी लोग वहां पहुंचे तो देखा कि मेरा बेटा सलमान खून से लथपथ था.” गांव में रहने वाले मोहम्मद असलम ने कहा, ”यकीन मानिए पुलिस ने दरिंदों की तरह इस घटना को अंजाम दिया. कोई मामला भी दर्ज नहीं है. गोली चलाने के बाद पुलिस जीप से भागने में सफल रही, जबकि सुबह कोई ज़िम्मेदार अधिकारी कुछ भी बताने से बचते रहे.”

क्या है पूरा मामला 
रात्रि दस बजे पुलिस को सूचना मिली कि बेहरा में कोयला लदे ट्रक से लूटपाट हो रही है. बताया जा रहा है कि ट्रक का चालक प्रमोद यादव पर गोली चली, जिससे उसका हाथ जख्मी हो गया. अपराधियों ने उससे 5000 रुपये भी लूट लिये. जब पुलिस को यह सूचना मिली तो वह तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हो गयी. लूट- पाट की घटना से 400 मीटर की दूरी पर बेहरा गांव है, जहां छानबीन करने पुलिस पहुंची.
इस बीच कुछ लोग भागने लगे. पुलिस की बयान के मुताबिक एक पुलिसकर्मी के इंसास में गलती से ट्रिगर दब गया और गोली चल गयी. यह गोली सलमान उर्फ राजा को लगी, जिससे वह घायल हो गया. इलाज के लिए उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
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पुलिस पर क्यों उठ रहे हैं सवाल 
जब पुलिस की गोली से युवक घायल हुआ तो पुलिस वाले उसे अस्पताल क्यों नहीं ले गये ? उधर जब युवक को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, तो पुलिस अस्पताल क्यों नहीं पहुंची.
क्या कह रहे हैं परिजन 
ग्रामीणों ने बताया कि पिपरवार थाना की गश्ती पुलिस में शामिल A.S.I. प्रेम कुमार मिश्रा ने बहेरा ग्राम निवासी मोहम्मद सलमान उर्फ राजा (उम्र 20 वर्ष, पिता-अब्दुल रज्ज़ाक) नामक युवक को घर से बाहर निकाल कर गोली मार दी जिससे घटनास्थल पर ही युवक की मौत हो गयी. फिलहाल मामले को लेकर तनाव है. उधर अधिकारियों ने जांच के आश्वासान दिये हैं.
source- siasat daily