Social activist Vinayak Parihar has written to and the state of Police expressing fear that he might face mob violence, and that his life could be in danger.

Parihar has been fighting for the rights of sugarcane farmers and against the sand mafia. In his letter he alleged that supporters of a have threatened him.

The is due to meet farmers in Gotegaon, near Jabalpur, on Wednesday. “The threats are related to that meeting,” he said.

organization, Vichar Pradesh, has demanded of the DGP that Parihar and his family should be given adequate security.

प्रेस कांफ्रेंस कर धमकी की जानकारी देते हुए विनायक परिहार

गोरक्षा और बच्चा चोरी के नाम पर आए दिन देश के अलग-अलग कोनों में अल्पसंख्यकों और दलित समुदाय के लोगों पर हमले की घटनाओं के बीच अब मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर इस तरह के हमलों की आशंका बढ़ती जा रही है।

देश में लगातार हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं के बीच अब सामाजिक और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को भी भीड़ द्वारा हमले की आशंका सताने लगी है। गोरक्षा और बच्चा चोरी के नाम पर आए दिन देश के अलग-अलग कोनों से अल्पसंख्यकों और दलित समुदाय के लोगों पर हमले की घटनाओं के बीच अब मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर इस तरह के हमलों की आशंका बढ़ती जा रही है। ऐसी ही आशंका मध्य प्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता विनायक परिहार ने जतायी है। उन्होंने अपने ऊपर भीड़ के जरिए जानलेवा हमला कराए जाने की आशंका जताई है। परिहार ने इस बारे में राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर हालात के बारे में जानकारी दी है।

सामाजिक कार्यकर्ता विनायक परिहार लंबे समय से राज्य में गन्ना किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं और रेत माफियाओं के खिलाफ लगातार संघर्ष करते रहे हैं। परिहार ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि प्रदेश के मंत्री जालम सिह पटेल के लोगों ने उन पर जानलेवा हमले की धमकी दी है। परिहार बुधवार 1 अगस्त को किसानों के मुद्दों को लेकर गोटेगांव में एक सभा करने वाले हैं। इसी को लेकर उन्हें इस प्रकार की धमकियां मिल रही हैं।

इन धमकियों को गंभीरता से लेते हुए मध्य प्रदेश की सामाजिक संस्था, विचार ने पुलिस महानिदेशक से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और विनायक परिहार और उनके सभी साथियों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए। संगठन के अक्षय हुंका ने परिहार के पत्र के आधार पर बताया कि परिहार अरसे से गन्ना किसानों के बीच जाकर जन जागरण अभियान चला रहे हैं और इस बात से राज्य सरकार के मंत्री उनसे नाराज हैं। ऐसे में उन्हें मिल रही धमकियों को गंभीरता से लिए जाने की जरूरत है। वहीं, परिहार की ओर से लगाए गए आरोपों को लेकर मंत्री जालम सिंह पटेल का पक्ष नहीं मिल पाया है।

गौरतलब है कि इसी महीने देश के जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश पार झारखंड में भीड़ का हमला हो चुका है। झारखंड के पाकुड़ में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए अग्निवेश पर बीजेपी की युवा ईकाई भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने उस समय जानलेवा हमला किया था, जब वह वहां अपने कुछ साथियो के साथ होटल से बाहर निकल रहे थे। इस घटना को मॉब लिंचिग बताते हुए स्वामी अग्निवेश ने इसे जान लेने की नीयत से किया गया सुनियोजित साजिश बताया था। इसी घटना के कुछ दिनों बाद 20 जुलाई को राजस्थान के अलवर में एक भीड़ ने मवेशी लेकर जा रहे हरियाणा के रकबर खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। देश में लगातार हो रही इस तरह की घटनाओं से अब सिविल सोसायटी के लोगों पर भी इस तरह के हमले की आशंका बढ़ गई है।