A woman delivered twice after the failure of sterilization operation at a CHC in Patna, Chhatisgarh done two years ago. The family finds it difficult to make ends meet and this was the reason that the couple had decided to opt for this method after they had had two children. The couple has in past also asked for compensation but no action has been taken by the authorities.

Doctor ने महिला का किया ऐसा ऑपरेशन कि नसबंदी के बाद भी दिया 2 बच्चों को जन्म

Updated:IST women who birth children

हम दो-हमारे दो की स्कीम फेल, पहले से भी थे 2 बच्चे, महिला के परिवार में 6 हो गई सदस्यों की संख्या

बैकुंठपुर. स्वास्थ्य विभाग की नसबंदी के बाद भी एक महिला ने 2 और बच्चों को जन्म दिया है। डॉक्टरों की लापरवाही से गरीब परिवार में सदस्यों की संख्या अब बढ़कर छह हो गई है। इससे मजदूरी कर परिवार को भरण-पोषण करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मामले में पीडि़त महिला ने कलक्टर से शिकायत कर क्षतिपूर्ति दिलाए जाने की गुहार लगाई है। स्वास्थ्य विभाग की इस कारगुजारी से सरकार की हम दो-हमारे दो की स्कीम फेल होती नजर आ रही है।

कोरिया जिले के बैकुंठपुर से लगे ग्राम जामपारा निवासी माला पति गोपीचंद्र के साथ 7 साल पूर्व विवाह होने के बाद 2 बच्चे को जन्म दिया। महिला एक गरीब परिवार की है और मजदूरी कर बच्चों का लालन-पालन करती है।

आस पड़ोस के लोगों की समझाइश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा 2 साल पूर्व पटना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में टीटी ऑपरेशन कराई थी।महिला का नसबंदी होने के बाद भी उसने 2 और बच्चे को जन्म दिया। इससे परिवार में सदस्यों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है। ऐसे में गरीब परिवार को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मामले में महिला ने कलेक्टर को आवेदन देकर क्षतिपूर्ति दिलाने की गुहार लगाई है। नसबंदी में डॉक्टर की लापरवाही का खामियाजा गरीब परिवार को भुगतना पड़ रहा है।

पति व बच्चों के साथ पहुंची कलेक्टोरेट

पीडि़त महिला अपने पति और बाल बच्चों को लेकर मंगलवार को कलेक्टोरेट पहुंची। इस दौरान कलेक्टर से शिकायत कर राज्य सरकार से क्षतिपूर्ति दिलाए जाने की गुहार लगाई है। महिला का कहना है कि उसने कलेक्टोरेट में पहले भी आवेदन दे चुकी हैं।

लेकिन स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारी शिकायत कर निराकरण करने में रुचि ही नहीं ले रहे हैं। इससे मामला अटक गया है और कार्यालयों का चक्कर लगाने को मजबूर हो गई हैं।