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जगदलपुर। दण्डकारण्य रीजनल कमेटी के सचिव गणेश उईके ने जारी बयान में कहा है कि राज्य व केन्द्र सरकार की फांसीवाद नीतियों को इस बात से खुलासा होता है कि उन्होंने बदनाम पुलिस अधिकारी एसआरपी कल्लूरी को बस्तर रेंज का आईजी बनाकर भेजा गया है। 
आईजी पर एस्सार से पैसे लेने, सोनी सोरी पर अत्याचार, ताड़मेटला मोरपल्ली व तिम्मापुरम में आगजनी और कई निर्दोष आदिवासियों को मौत के घाट उतारने का आरोप लगाते गणेश उइके ने कहा है कि ऎसे अधिकारी को यहां से हटाया जाए। 
माओवादी नेता ने एनआईजी के जांच के दौरान किए जा रहे प्रताड़ना और निर्दोशों पर हो रहे अत्याचार की खिलाफत करते पुलिस पर आरोप लगाया है कि जवानों ने सात अप्रैल को पोदमूर निवासी एक महिला आटमी समबती के साथ सामूहिक अनाचार किया है। महिला को नैमेड़ पुलिस साप्ताहिक बाजार से पकड़कर ले गई थी। बेहोश हालत में महिला को बीजापुर अस्पताल में दाखिल किया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। मामले को आला अधिकारियेां ने रफा दफा करते महिला के शव को दफना दिया है। 
इस मामले की न्यायिक जांच होने से मामला साफ हो जाएगा। इसमे संलिप्त अधिकारियों के चेहरे जनता के सामने आए। नवजनवादी क्रांतिकारी का हवाले देते केन्द्र सरकार पर जनता को धोखा देने महंगाई, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार बढ़ाने, अर्घ सैनिक बलों को बस्तर से हटाने, आपरेशन ग्रीन हंट के तीसरे चरण को बंद करने, ग्रामीणों पर हो रहे अत्याचार और पालनार पुलिस कैम्प को हटाने तथा अटामी के हत्यारों को सजा देने की बात कही गई है।
महिला संगठन भी आ रहे सामने
अटामी सामबती के साथ हुई घटना को लेकर माओवादियों की क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन भी सामने आ रही है। उन्होंने महिलाओं पर लगातार होने वाले उत्पीड़न की खिलाफत करते पीडित के परिवार को जांच के माध्यम से न्याय दिलाने की बात कही है। इनका कहना है कि सामबती को जवानों ने उठाकर कैम्प लाया और यहां पर उसके साथ सामूहिक अनाचार किया गया। ऎसे ही एक मामले का हवाला दिया गया है कि सरगुजा इलाके में एक युवती मिना खलको की पुलिस ने हत्या की थी।
ऑपरेशन के नाम पर अत्याचार
माओवादी नेता ने इस बात का खुलासा किया है कि 24 से 28 जून को बीजापुर ब्लाक के नूकनपाल, मनकेली, कोरमा, सावनार इलाके फोर्स ने आपरेशन के नाम पर अंधाधुन गोलियां चलाई। इस फायरिंग में सावनार निवासी माडवी बुधू की हत्या हुई और उसे फोर्स ने मिलिशिया का डिप्टी कमांडर बताया। इधर केन्द्र सरकार की बदली नीति के बाद ओडिशा, आंध्र व महाराष्ट्र की फोर्स भी ज्वाइंट आपरेशन के नाम पर ग्रामीणों को शोषण कर रही है। साथ ही जवान ग्रामीणों को लूट रहे हैं। जून माह के अंतिम सप्ताह में ग्राम मुंतामडगु में ग्रामीणों से जवानों ने पचास हजार की लूट की और मारपीट की और कैम्प ले जाकर उन्हें यातनाएं दी। – See more at: http://www.patrika.com/news/gangrape-girl-with-tribal-judicial-inquiry-before-death/1020952#sthash.cZGkgXsG.dpuf

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