By: Praveen Sharma
- Last updated: Thu, 18 Feb 2021 05:51 PM

नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभा रहे भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने अधिक से अधिक लोगों को आंदोलन से जोड़ने के लिए अब टेक्नोलॉजी को नया हथियाबार बना लिया है। इसके लिए भाकियू के कुटुम्ब ऐप (Kutumb App) से किसानों को जोड़ने की मुहिम को जबर्दस्त समर्थन मिलता दिख रहा है।
13 फरवरी को लॉन्च हुए भाकियू के कुटुम्ब ऐप पर महज चार दिनों में 23 हजार से अधिक किसानों ने जुड़कर अपना रजिस्ट्रेशन किया है। किसान ऐप को डाउनलोड कर अपना मोबाइल नंबर, गांव-क्षेत्र और अपने बारे में संक्षिप्त जानकारी देकर ऐप से जुड़ रहे हैं।
भाकियू ऐप के ग्रुप संचालक की जिम्मेदारी चार सदस्यों को सौंपी गई है, जिनमें भाकियू के मीडिया कॉर्डिनेटर सौरभ उपाध्याय, भाकियू नेता गौरव टिकैत, रवि आजाद अध्यक्ष युवा भाकियू हरियाणा और भाकियू का मेन पेज शामिल है। जिसकी जिम्मेदारी भाकियू के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक संभाल रहे हैं।
ऐप में एडमिन का काम सौरभ उपाध्याय और भाकियू का पेज संचालन करने वाले धर्मेंद्र मलिक कर रहे हैं। वहीं, ऐप नए सदस्यों को जोड़ने वाले किसानों को प्रतिष्ठा प्वॉइंट मिल रहे हैं, जिनमें किसान अपना रैफरल कोड देकर सोशल मीडिया पर लिंक शेयर कर किसानों को जोड़ने का काम कर रहे हैं। साथ ही किसान अपने विचारों को सीधा राष्ट्रीय नेताओं तक पहुंचा रहे हैं।
भाकियू के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि किसान डिजिटल तकनीक अपना कर आंदोलन को धार देने का काम कर रहे हैं, जिससे चंद सेकेंड में हजारों किसानों तक सूचनाओं को पहुंचा दिया जा रहा है और किसान सीधे संवाद कर रहे हैं। उनका कहना है कि ऐप में ज्यादा किसानों को जोड़ने वाले सदस्यों को स्टार प्रचारक के पद से नवाजा जा रहा है। इस दौरान भाकियू अपने कार्यक्रमों, बैठकों और आंदोलन को मजबूत करने के बारे में भी किसानों से ऐप पर चर्चा कर रही है। वहीं, ऐप पर जुड़ने वाले किसानों में युवा किसानों की संख्या सबसे अधिक है।
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