मधुबनी : अब कैंप के माध्यम से परिवार नियोजन का ऑपरेशन नहीं होगा. इस संबंध में द्वारा स्वास्थ्य विभाग को कई गाइड लाइन जारी किये गये है. एससी द्वारा दिये गये गायड लाइन की जानकारी बुधवार को सीएस डा. अमरनाथ झा ने सदर अस्पताल के सभा कक्ष में आयोजित एक दिवसीय परिवार कल्याण उन्मुखीकरण एवं समीक्षात्मक कार्यशाला में उपस्थित चिकित्सकों, वीएचएम व वीसीएम को दी .
गाइड लाइन में प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सप्ताह में दो दिन एवं अनुमंडलीय अस्पताल व सदर अस्पताल में प्रतिदिन परिवार नियोजन ऑपरेशन अनिवार्य रूप से करना है. प्रत्येक पीएचसी स्तर पर परिवार नियोजन के लिए एक सर्जन उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. परिवार नियोजन के लक्ष्य को प्राप्त करने में जिला पूरी तरह असफल रहा है. जिले का वर्ष 2016-17 के लिए बंध्याकरण का 48 हजार लक्ष्य निर्धारित किया गया.
लक्ष्य के विरुद्ध माह सितंबर तक जिले में महज 2600 लोगों का बंध्याकरण किया गया है. इसके अनुसार जिला परिवार नियोजन के लक्ष्य में प्रदेश में 37 वें नंबर पर है. सिविल सर्जन ने कहा कि परिवार नियोजन ऑपरेशन का निर्धारित लक्ष्य को हर हाल में पूरा करें. ताकि जिला को नीचले स्तर से उपर उठाने के साथ ही लक्ष्य की प्राप्ति किया जा सके. इस अवसर पर डा. सीके सिंह ने कहा कि प्रसव उपरांत कॉपर टी लगाने के लिए प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एएनएम को प्रशिक्षित किया जा रहा है.
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October 28, 2016 at 5:08 pm
Fixing of targets for family planning operations is not a logical step. The proper measure should be to convince the benefits of planning to poor and make them adopt voluntarily.