आरक्षण पर प्रमुख मोहन भागवत द्वारा दिए ब्यान के विरुद्ध आज डॉ आंबेडकर
स्टूडेंट फ्रंट ऑफ़ इंडिया (DASFI) यूनिट ग्वालियर (मप्र) द्वारा ग्वालियर में
विरोध-प्रदर्शन एवं मनुस्मृति के साथ मोहन भागवत के पुतले के दहन का
कार्यक्रम रखा गया था. दोपहर 12 बजे दहन किया जाना था. तक़रीबन
200 साथी प्रदर्शन के लिए इकट्ठे भी हो चुके थे.
DASFI संगठन की टीम अपने साथियो के साथ रोड पर
उतरे, उससे पहले ही संघियों ने शहर के प्रमुख चौकों पर डेरा डाल
रखा था. संघियों द्वारा सुबह से ही साथियो की खोज शुरू कर
दी गई थी, और वो जैसे तैसे करके वो हमारे कुछ
टीम मेंबर्स के घर पहुचने में सफल रहे. वहा काफी
बहस के बाद उन्होंने पुतले दहन होने पर जान तक लेने की
धमकी दे दी. शाम तक उन्होंने साथियो को देख लेने
की धमकी देते हुए वो चले गए. इसके बाद कोई
भी साथी घर से निकला तो संघी उसके
पीछे हो लेते, पूरा दिन ये सब घटनाक्रम चलने के बाद
संघी कार्यकर्ता अब तक साथियो के पीछे पड़े है, इनके
साथ वहा का पूरा पुलिस प्रसाशन तक है. तक़रीबन एक हज़ार से
भी ज्यादा संघी हथियारों से लैस शहर के प्रमुख चौराहो
पर दिन भर खड़े रहे है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार वहाँ के हालात अब तक काफी
ख़राब है, संघी पुरे शहर में कार्यकर्ताओ को ढूंढ़ते फिर रहे है.
ज्यादातर साथियो के घरो के चारो तरफ मंडरा रहे है. घात लगाये बैठे है. साथियो को
जान का खतरा है. कोई भी राजनितिक संगठन समर्थन में अब तक
नहीं आया, सामाजिक संगठनो में बामसेफ के कुछ साथी
वहाँ पहुंचे है.
स्वयं कुछ भी टिपण्णी करने और बहुजनो के होठो को
सिलने की जो रणनीति आरएसएस तैयार कर रहा है
उसके खिलाफ देशभर के बहुजन संगठनो को आगे आने की
आवश्यकता है. संविधान या आरक्षण के साथ कोई भी छेड़छाड़ अगर
होती है तो वह पुरे देश के बहुजनो की
गुलामी की शुरुआत होगी. और इसके खिलाफ
अब सिर्फ की मध्य-प्रदेश टीम ही
नहीं बल्कि पुरे भारत की जितनी
भी DASFI इकाइयां है वो संघर्ष के लिए तैयार रहे.
September 28, 2015 at 12:27 pm
Patel should seek Reservation in “Brahmin” quota and not in “BC” quota;
Brahmin population is less than 5% in India and grabbed more than 50% Govt/Private sector jobs in India; Give Independence to Brahmin; You’ll get 50 million Govt jobs;