Linga Kodopi, adivasi journalist and human rights activist, reports from Jarpalli, Chhattisgarh
यह विडीयों जारपल्ली गाँव को लेकर हैं, जहाँ बिजापूर पुलिस ने नक्स्ल मुठभेड़ दिखाया हैं, लेकिन गाँव वालों का कहना है की कोई मुठभेड़ हुआ ही नही हैं। हम उस घटना की जानकारी लेने के लिए उस गाँव तक सोनी सोरी के साथ गयें थे।
छत्तीसगंढ़ राज्य के बस्तर पुलिस केवल प्रमोश और तमगो के लिए नक्सल के नाम पर आदीवासीयों को नक्सल बना कर एनकाउटर करती हैं और नक्सल मुठभेड़ बताती हैं आदीवासी मारो पैसा कमाओं प्रमोशन पाओं।
ग्रह मंत्रालय नक्सल उन्मूलन के नाम पर छत्तीसगंढ़ राज्य सरकार को मनमाने धन प्रदाय कर रहा हैं। धन्य हैं मेरा भारत। भारत सरकार का ग्रहमंत्रालय भी धन्य है बिना जांच के प्रमोशन और तमगे दिया करती हैं।
December 27, 2017 at 5:01 pm
The fake encounter must be investigated. The adivasis are being killed mercilessly